13 मई 2025 को भूत-प्रेत और रहस्यमयी घटनाओं का अध्ययन करने वाले डैन रिवेरा की संदिग्ध परिस्थितियों में एक होटल के कमरे में मृत्यु हो गई। डैन की लाश उसी कमरे में मिली, जहां “एनाबेल डॉल” भी मौजूद थी — वही डॉल जिसे दुनिया की सबसे श्रापित और डरावनी गुड़िया कहा जाता है।

मौत का रहस्य और एनाबेल का संबंध
पुलिस का कहना है कि डैन रिवेरा की मौत प्राकृतिक रूप से हुई है, लेकिन जिन हालातों में उनकी मृत्यु हुई, उसने इस बात को शक के घेरे में ला दिया है। लोगों का मानना है कि उनकी मौत एनाबेल डॉल के कारण ही हुई है। ऐसा पहली बार नहीं है — इस गुड़िया से पहले भी कई रहस्यमयी मौतें जुड़ चुकी हैं।

एनाबेल डॉल आखिर इतनी डरावनी क्यों है?
एनाबेल देखने में तो एक साधारण गुड़िया लगती है, लेकिन इसके पीछे की कहानी दिल दहला देने वाली है। अमेरिका की जानी-मानी पैरानॉर्मल संस्था N.E.S.P.R (New England Society for Psychic Research) ने इसे “श्रापित गुड़िया” घोषित किया था।
एनाबेल की शुरुआत – एक पिता, एक बेटी और एक गुड़िया
1950 के दशक की बात है। एक सिंगल फादर जॉनी अपनी 7 साल की बेटी के साथ नए घर में शिफ्ट हुए। बगीचे में उन्हें एक पुरानी डॉल मिली, जिसे बच्ची ने अपने पास रख लिया। धीरे-धीरे बच्ची को डॉल से इतना लगाव हो गया कि वह उससे बातें करने लगी।
पिता को ये अजीब लगा, लेकिन वो बच्ची को डॉल से अलग नहीं कर पाए। एक दिन जब वह घर लौटे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। दरवाज़ा तोड़कर देखा गया कि बच्ची मृत अवस्था में पड़ी थी और पास में वही डॉल रखी थी — एनाबेल।
एनाबेल की दूसरी उपस्थिति – 20 साल बाद
करीब 20 साल बाद, वही डॉल एक पुराने स्टोर में दिखाई दी। एक मेडिकल छात्रा डोना को उसकी मां ने यह डॉल उपहार में दे दी। डोना जब इसे अपने हॉस्टल ले गई, तो उसके साथ और उसकी रूममेट के साथ अजीब घटनाएं होने लगीं —
- डॉल का अपने आप हिलना
- रात में अजीब आवाजें
- डॉल का कमरे से गायब होकर बाहर मिलना
एनाबेल को सुरक्षित किया गया
इन खौफनाक घटनाओं के बाद एनाबेल डॉल को एक मोटे शीशे के केस में बंद कर दिया गया और इसे अमेरिका के ओकल्ट म्यूज़ियम में रखा गया — एक ऐसा म्यूज़ियम जहां भूत-प्रेत और श्रापित चीज़ें रखी जाती हैं।
फिर उठा सवाल – क्या एनाबेल आज भी जान ले रही है?
डैन रिवेरा की मौत ने एक बार फिर इस डर को ज़िंदा कर दिया है कि एनाबेल सिर्फ एक गुड़िया नहीं, बल्कि एक शैतानी ताकत से जुड़ी वस्तु है।
अब सवाल उठता है — क्या इस डॉल को हमेशा के लिए नष्ट कर देना चाहिए?
या फिर इसे यूँ ही किसी शीशे के पीछे बंद कर देना काफी है?